Getting My story To Work

दोनों को यमराज के पास ले जाया गया। यमराज ने पूछा बताओ कि तुम्हारे इस जीवन में क्या कमी थी और तुम्हें क्या बनाकर पुनः इस संसार में भेजा जाए। 

इसके बाद राजा ने सभा में पहुंचे दुकानदार से पूछा की क्या आपने अपने पडोसी को चोरी करते हुए देखा था। दुकानदार ने जवाब दिया की हां मैंने इसे रात में चोरी करते हुए देखा था। 

बहुत देर तक कोशिश करने के बाद वो सोचने लगी कि, अब कोशिश करना बेकार है। वह अपने आप से कहने लगी अब उसे ये अंगूर नहीं चाहिए, यह तो खट्टे है। लोमड़ी का व्यवहार ये बताता है कि जब हम किसी चीज को पाने में असफल हो जाते है तो उसमें कमियां निकालने लगते है। थोड़ी देर बाद लोमड़ी चुपचाप जंगल के दूसरी ओर निकल पड़ी।

नदी पार करते हुए कुत्ते को पानी में अपनी परछाई दिखी और उसे लगा कि, ये किसी और कुत्ते की परछाई है जो उसकी रोटी छीनना चाहता है। उसने सोचा कि वह भोंककर दूसरे कुत्ते को डरा देगा और जैसे ही उसने भोंकना शुरू किया उसकी रोटी उसके मुंह से निकलकर नदी में बह गई जिसके बाद वो भूखा ही रह गया।

नमस्कार दोस्तों, आज के इस ब्लॉगपोस्ट में हम बात करेंगे मुंशी प्रेमचंद...

सेठ के पास पहुंचकर मोहन बोला - सेठ जी आपकी बहुत मेहरबानी होगी अगर आप मुझे थोड़ा सा कर्जा दे दे जिससे मैं अपने खेतों में फिर से कोई फसल उगा सकूं या फिर आप मुझे अपने यहां नौकरी दे दे ताकि मेरे परिवार को दो वक्त का खाना मिल सके।

वह हंस हमेशा सोने का अंडा देता और पति-पत्नी उसे बेचकर पैसे कमाते। सोने के अंडे को देखकर उनके मन में लालच बढ़ने लगा और व्यापारी ने सोचा कि, अगर ये हर रोज एक सोने का अंडा देता है तो उसके अंदर और कितने अंडे होंगे। ये सोचकर उन्हें एक तरकीब आई और उन्होंने हंस को मार डाला और जब उसका पेट चीर कर देखा तो उस में एक भी अंडा नहीं था जिसके बाद वो बहुत रोए।

एक बड़ा ही धनवान आदमी एक गांव में रहता था। जैसे कि ज्यादातर पैसे वालों को होता है इस धनवान सेठ को भी अपने पैसों का घमंड था।

सियार उससे कहने लगा “मैं तो किसान को बुलाने जा रहा हूं, वह आएगा और तुम्हें मार डालेगा”। हिरन चिल्लाने लगा, तभी वहां कौआ आया और उसने हिरन से कहा तुम ऐसे लेट जाओ जैसे की तुम मर गए हो। हिरन ने आपने दोस्त की बात मानी और वैसे ही करा।

इस तरह साधू महाराज के कहने पर यह रोज का सिलसिला चलने लगा हर दिन गरीब किसान अब मिले पैसो से भोजन प्रबंध करते जिससे राह चलते लोग प्रतिदिन उसके यहाँ भोजन करते और दान के रूप में किसान को कुछ ना कुछ धन जरुर देते जाते

प्रश्न अकबर के, उत्तर बीरबल के

शिक्षा – हमें हमेशा समझदारी से काम लेना चाहिए।

यह जानकर किसान को बेहद moral kahaniya दुख हुआ। वह अपने आपको कोसने लगा कि कितना अच्छा होता कि मैं बक्से को जमीन में ही गड़ा रहने देता।

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